बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-1 मनोविज्ञान बीए सेमेस्टर-1 मनोविज्ञानसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-1 मनोविज्ञान के प्रश्नोत्तर
प्रश्न- स्मृति के प्रकारों की विस्तृत व्याख्या कीजिए।
लघु प्रश्न
1. संवेदी स्मृति की संक्षिप्त व्याख्या कीजिए।
2. संवेदी स्मृति के प्रकार बताइये।
3. अल्पकालीन स्मृति के अर्थ एव प्रकार को स्पष्ट कीजिए।
4. दीर्घकालीन स्मृति से क्या आशय है?
5. अल्पकालीन स्मृति का आशय तथा इसके प्रकारों का उल्लेख कीजिये।
6. प्रासंगिक स्मृति तथा अर्थगत स्मृति का अर्थ बताइये।
उत्तर -
स्मृति के प्रकार
(Types of Memory)
स्मृति के सामान्यतः तीन प्रकार होते हैं। स्मृति के प्रकारों का वर्णन निम्नलिखित है -
संवेदी स्मृति
(Sensory Memory)
संवेदी स्मृति (SM) ऐसे स्मृति संचयन को कहते हैं जिसमे सूचनाओं को एक सेकेण्ड या उससे कम समय के लिये रख पाते हैं।
प्राइस (Price. 1982) के अनुसार - "उद्दीपक हटा लेने के बाद भी संवेदी सूचना का कुछ क्षण तक विलम्बित रहना संवेदी स्मृति है।"
संवेदी स्मृति की विशेषतायें
1. यह अत्यन्त क्षणिक होती है।
2. इसमें सूचनाओं का प्रक्रियायन (Processing) नहीं होता है।
3. इसमें सूचनायें मूल रूप में होती हैं।
4. इसकी संचयन क्षमता अधिक परन्तु संचयन अवधि अत्यन्त कम होती है।
संवेदी स्मृति के प्रकार
(Types of Sensory Memory)
नाइसर (Neissar, 1969) के अनुसार - संवेदी स्मृति दो प्रकार की होती है -
1. प्रतिमा सम्बन्धी स्मृति (Iconic Memory) - नाइसर के अनुसार प्रतिमा सम्बन्धी स्मृति एक दृष्टि संवेदी स्मृति है जिसमें व्यक्ति के सम्मुख प्रस्तुत उद्दीपक हटा लेने के बाद उसकी दृष्टि छवि व्यक्ति के मन में बनी होती है।
2. प्रतिध्वनिक स्मृति (Echoic Memory) - प्रतिध्वनिक स्मृति वह स्मृति होती है जिसमें श्रवण उद्दीपक के समाप्त हो जाने के बाद व्यक्ति को अल्प समय के लिये श्रवण छवि बनी रहती है।
प्राइस इत्यादि (Price et al. 1982) के अनुसार - "प्रतिध्वनिक स्मृति श्रवणात्मक स्मृति चिन्ह या उद्दीपक का सतत् पश्चात् प्रभाव है, चाक्षुष या प्रतिमात्मक स्मृति की भाँति इसकी भी अवधि अत्यन्त लघु होती है।
लघुकालीन स्मृति
(Short Term Memory)
विलियम जेम्स (William James) लघुकालीन स्मृति को प्राथमिक स्मृति (Primary Memory or PM) भी कहते हैं। लघुकालीन स्मृति में सूचना को अधिक से अधिक 20-30 सेकेण्ड तक रख सकते हैं। जैसे कोई व्यक्ति डायरी से देखकर टेलीफोन नम्बर डायल करता है, और पीछे से किसी के आवाज देने से वह नम्बर भूल जाता है उसे फिर से डायरी देखनी पड़ती है। यह STM का उदाहरण है।
अल्पकालीन स्मृति के प्रकार
(Types of Short Term Memory)
अल्पकालीन स्मृति के दो प्रकार है
1. तात्कालिक स्मृति (Immediate Memory) - सीखने की स्थिति में कोई व्यक्ति एक बार में जितने अंकों या अक्षरों को सही-सही दुहरा लेता है, उसे तात्कालिक स्मृति कहते हैं। अवधान विस्तार के प्रयोग द्वारा इसका सरलता से मापन कर सकते हैं।
2. क्रियात्मक स्मृति (Working Memory) - बेडडेली (Baddley, 1950) के अनुसार अल्पकालीन स्मृति एक अस्थायी संचयन प्रणाली नहीं है।
अल्पकालीन स्मृति की अध्ययन विधियाँ
1. विकर्षण प्रविधि (Distraction Technique) -यह विधि पेटरसन एवं पेटरसन (Peterson and Peterson) ने विकसित की। इसमें सार्थक पद को एक-एक सेकेण्ड के अन्तराल पर प्रस्तुत करते हैं। तत्पश्चात् विश्राम देते हैं। विश्राम में अभ्यास को रोकने के लिये उल्टी गिनती गिनवाते हैं, इसे अन्तर्वेशी कार्य (Interpolated task) कहते हैं। इसके पश्चात् विभिन्न समय अन्तराल पर पुनर्मरण कराकर स्मृति का आकलन करते हैं।
पेटरसन एवं पेटरसन विधि
2. तहकीकात विधि (Probe Technique) - इस विधि में पदों को एक-एक करके प्रस्तुत करते हैं। इसके बाद बीच के पद को प्रस्तुत कर पूछते हैं कि उसके बाद कौन-सा शब्द या पद आयेगा? प्रयोज्य को बाद के प्रदर्शन का क्रम ज्ञात नहीं होता है। वह अनुमान के आधार पर बोलता है।
अल्पकालीन स्मृति की विशेषतायें
1. अल्पकालीन स्मृति मे अभ्यास से वृद्धि होती है।
2. अल्पकालीन स्मृति में अग्रोन्मुख तथा पृष्ठोन्मुख अवरोध का प्रभाव पड़ता है। 3. यदि प्रयासों के मध्य समय अन्तराल अधिक हो तो अल्पकालीन स्मृति बढ़ती है। 4. अल्पकालीन स्मृति में विस्मरण तीव्र गति से होता है।
दीर्घकालीन स्मृति
(Long-Term Memory 'LTM)
विलियम जेम्स (William James) ने इसे गौण स्मृति कहा है। यह अधिक स्थायी होती है। इस प्रकार की स्मृति कम से कम 30 सेकेण्ड होती है। इसमें किसी सूचना को पूरे जीवनकाल तक संचित कर रख सकते हैं। इसे असक्रिय स्मृति (Inactive Memory) भी कहते हैं
दीर्घकालीन स्मृति की विशेषतायें
1. इसमें सूचनाएँ अधिक संगठित रूप से संचित होती हैं।
2. दीर्घकालीन स्मृति की क्षमता असीमित होती है।
3. इसमें सूचना अधिक संसाधित होने के बाद सचित होती है। 4. इसमें शुद्धता की मात्रा अधिक होती है।
दीर्घकालीन स्मृति के प्रकार
दीर्घकालीन स्मृति को दो भागों में बाँट सकते हैं -
1. विवरणात्मक स्मृति (Declarative Memory) -विवरणात्मक स्मृति का आशय किसी वस्तु, व्यक्ति, घटना के बारे में विस्तृत जानकारी से होता है। जैसे - यह कहना कि महात्मा गांधी जी सत्य, अहिंसा एवं मानवता के पुजारी हैं, यह विवरणात्मक स्मृति का उदाहरण है। इसे निम्न भागों में बांट सकते हैं -
(i) प्रासंगिक या वृत्तात्मक स्मृति (Episodic Memory) - किसी घटना का क्रमवार वर्णन करना प्रासंगिक स्मृति का उदाहरण है। इसमें व्यक्तिगत अनुभवों को सामयिक रूप से वर्णन किया जाता है।
(ii) अर्थगत स्मृति (Semantic Memory) - इसमें व्यक्ति शब्दों, संकेतों का एक क्रमबद्ध ज्ञान रखता है। जैसेकि मैं जानता हूँ कि HO जल का रासायनिक सूत्र है। इसे सामान्य स्मृति (generic memory) भी कहते हैं।
(iii) प्रक्रियात्मक स्मृति (Procedural Memory) - इस स्मृति का आशय किसी कार्य के तकनीकी कौशल से है जैसे - मशीन बनाना, गाड़ी चलाना।
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- प्रश्न- मनोविज्ञान की परिभाषा दीजिये। इसके लक्ष्य बताइये।
- प्रश्न- मनोविज्ञान के उपागमों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- व्यवहार के मनोगतिकी उपागम को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- व्यवहारवादी उपागम क्या है? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- संज्ञानात्मक परिप्रेक्ष्य से क्या तात्पर्य है? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मानवतावादी उपागम से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मनोविज्ञान की उपयोगिता बताइये।
- प्रश्न- भगवद्गीता में मनोविज्ञान को किस प्रकार समाहित किया है? उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- सांख्य दर्शन में मनोविज्ञान को किस प्रकार व्याख्यित किया गया है? अपने विचार व्यक्त कीजिए।
- प्रश्न- बौद्ध दर्शन में मनोविज्ञान किस प्रकार परिभाषित किया गया है? अपने विचार व्यक्त कीजिए।
- प्रश्न- मनोविज्ञान की प्रयोगात्मक विधि से क्या तात्पर्य है? सामाजिक परिवेश में इस विधि की क्या उपयोगिता है?
- प्रश्न- मनोविज्ञान की निरीक्षण विधि का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये।
- प्रश्न- मनोविज्ञान को परिभाषित करते हुए इसकी विधियों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- सह-सम्बन्ध से आप क्या समझते हैं? सह-सम्बन्ध के विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सह-सम्बन्ध की गणना विधियों का वर्णन कीजिए। कोटि अंतर विधि का उदाहरण सहित वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सह-सम्बन्ध की दिशाएँ बताइये।
- प्रश्न- सह-सम्बन्ध गुणांक के निर्धारक बताइये तथा इसका महत्व बताइये।
- प्रश्न- जब {D2 = 36 है तथा N = 10 है तो स्पीयरमैन कोटि अंतर विधि से सह-सम्बन्ध निकालिये।
- प्रश्न- सह सम्बन्ध गुणांक का अर्थ क्या है?
- प्रश्न- चयनात्मक अवधान के किन्ही दो सिद्धांतों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- चयनात्मक अवधान के सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए
- प्रश्न- दीर्घीकृत ध्यान का स्वरूप स्पष्ट करते हुए, उसके निर्धारक की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- चयनात्मक अवधान के स्वरूप को विस्तारपूर्वक समझाइए।
- प्रश्न- चयनात्मक अवधान तथा दीर्घीकृत अवधान की संक्षिप्त व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- अधिगम से आप क्या समझते हैं? इसकी विशेषताओं का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- क्लासिकी अनुबन्धन सिद्धान्त का विवेचन कीजिए तथा प्राचीन अनुबन्धन के प्रकार बताइये।
- प्रश्न- क्लासिकल अनुबंधन तथा क्लासिकल अनुबंधन को प्रभावित करने वाले तत्वों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- क्लासिकी अनुबंधन का अर्थ और उसकी आधारभूत प्रक्रियाओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अधिगम अन्तरण से आप क्या समझते हैं? इसके प्रकार बताइये।
- प्रश्न- शाब्दिक सीखना से आप क्या समझते हैं? शाब्दिक सीखने के अध्ययन में उपयुक्त सामग्रियाँ बताइए।
- प्रश्न- अधिगम को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारकों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- शाब्दिक सीखना में स्तरीय विश्लेषण किस प्रकार किया जाता है?
- प्रश्न- शाब्दिक सीखना की संगठनात्मक प्रक्रियाओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सीखने की प्रक्रिया में अभिप्रेरणा का महत्त्व बताइये।
- प्रश्न- क्लासिकी अनुबंधन में संज्ञानात्मक कारकों की भूमिका बताइये।
- प्रश्न- अधिगम के नियमों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- परिवर्जन सीखना पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- सीखने को प्रभावित करने वाले कारक।
- प्रश्न- स्मृति की परिभाषा दीजिये। स्मृति में सुधार कैसे किया जाता है?
- प्रश्न- स्मृति के प्रकारों की विस्तृत व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- स्मृति में संरचनात्मक एवं पुनर्सरचनात्मक प्रक्रियाओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- विस्मरण के प्रमुख सिद्धान्तों का संक्षिप्त विवेचन कीजिए।
- प्रश्न- प्रासंगिक तथा अर्थगत स्मृति से क्या आशय है? इनमें विभेद कीजिये।
- प्रश्न- अल्पकालीन तथा दीर्घकालीन स्मृति को संक्षेप में बताते हुये दोनों में विभेद कीजिये।
- प्रश्न- 'व्यतिकरण धारण को प्रभावित करता है।' इस कथन की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- स्मृति के स्वरूप पर प्रकाश डालिए। स्मृति को मापने की विधियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- विस्मरण के निर्धारक और कारणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- संकेत आधारित विस्मरण किसे कहते हैं? विस्मरण के स्वरूप की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- स्मरण के प्रकार बताइयें।
- प्रश्न- अल्पकालीन तथा दीर्घकालीन स्मृति में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- स्मृति सहायक प्रविधियाँ क्या हैं?
- प्रश्न- विस्मरण के स्वरूप पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- पुनः प्राप्ति संकेतों के अभाव में किस प्रकार विस्मरण होता है?
- प्रश्न- स्मृति लोप क्या है? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- विस्मरण के अवशेष-प्रसक्ति समाकलन सिद्धान्त को स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- ध्यान के कौन-कौन से निर्धारक होते है?
- प्रश्न- दीर्घकालीन स्मृति तथा उसके प्रकारों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ध्यान की मुख्य विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- बुद्धि के प्रमुख सिद्धान्तों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- बुद्धि के संज्ञानपरक उपागम से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- बुद्धि परीक्षण से आप क्या समझते हैं? इसके प्रकारों तथा महत्व का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- गिलफोर्ड के त्रिआयामी बुद्धि सिद्धान्त का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- 'बुद्धि आनुवांशिकता से प्रभावित होती है या वातावरण से। स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- बुद्धि को परिभाषित कीजिये। इसके विभिन्न प्रकारों तथा बुद्धिलब्धि के प्रत्यय का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- बुद्धि से आप क्या समझते हैं? बुद्धि के प्रकार बताइये।
- प्रश्न- वंशानुक्रम तथा वातावरण बुद्धि को किस प्रकार प्रभावित करता है?
- प्रश्न- संस्कृति परीक्षण को किस प्रकार प्रभावित करती है?
- प्रश्न- परीक्षण प्राप्तांकों की व्याख्या से क्या आशय है?
- प्रश्न- उदाहरण सहित बुद्धि-लब्धि के प्रत्यन को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- बुद्धि परीक्षणों के उपयोग बताइये।
- प्रश्न- बुद्धि लब्धि तथा विचलन बुद्धि लब्धि के अन्तर को उदाहरण सहित समझाइए।
- प्रश्न- बुद्धि लब्धि व बुद्धि के निर्धारक तत्व बताइये।
- प्रश्न- गार्डनर के बहुबुद्धि सिद्धान्त का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- थर्स्टन के समूह कारक सिद्धान्त की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- स्पीयरमैन के द्विकारक सिद्धान्त के आधार पर बुद्धि की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- स्पीयरमैन के द्विकारक सिद्धान्त की आलोचनात्मक व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- व्यक्तित्व से आप क्या समझते हैं? इसकी उपयुक्त परिभाषा देते हुए इसके अर्थ को स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- व्यक्तित्व कितने प्रकार के होते हैं? विभिन्न मनोवैज्ञानिकों ने व्यक्तित्व का वर्गीकरण किस प्रकार किया है?
- प्रश्न- व्यक्तित्व के विभिन्न उपागमों या सिद्धान्तों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- व्यक्तित्व पर ऑलपोर्ट के योगदान की संक्षिप्त व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- कैटेल द्वारा बताए गए व्यक्तित्व के शीलगुणों का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
- प्रश्न- व्यक्ति के विकास की व्याख्या फ्रायड ने किस प्रकार दी है? संक्षेप में बताइए।
- प्रश्न- फ्रायड ने व्यक्तित्व की गतिकी की व्याख्या किस आधार पर की है?
- प्रश्न- व्यक्तित्व के मनोविश्लेषणात्मक सिद्धान्त की संक्षिप्त व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- व्यक्तित्व के मानवतावादी सिद्धान्त की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- कार्ल रोजर्स ने अपने सिद्धान्त में व्यक्तित्व की व्याख्या किस प्रकार की है? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- व्यक्तित्व के शीलगुणों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- प्रजातान्त्रिक व्यक्तित्व एवं निरंकुश व्यक्तित्व पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- शीलगुण सिद्धान्त की आलोचनात्मक व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- शीलगुण उपागम में 'बिग फाइव' (OCEAN) संप्रत्यय की संक्षिप्त व्याख्या दीजिए।
- प्रश्न- प्रेरणा से आप क्या समझते हैं? आवश्यकता, प्रेरक एवं प्रलोभन में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- विभिन्न शारीरिक एवं सामाजिक मनोजनित प्रेरकों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्रेरणाओं के संघर्ष से आप क्या समझते हैं? इसके समाधान करने के तरीकों पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- आवश्यकता-अनुक्रमिकता से क्या तात्पर्य है? मैसलो के अभिप्रेरणा सिद्धान्त का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिये।
- प्रश्न- उपलब्धि प्रेरक एक प्रमुख सामाजिक प्रेरक है। स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- “बाह्य अभिप्रेरण देने से आन्तरिक अभिप्रेरण में कमी आती है। इस कथन की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- जैविक अभिप्रेरकों के दैहिक आधार का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- आन्तरिक प्रेरणा क्या है और यह किस प्रकार कार्य करती है?
- प्रश्न- दाव एवं खिंचाव तंत्र अभिप्रेरित व्यवहार में किस प्रकार कार्य करता है?
- प्रश्न- जैविक और सामाजिक प्रेरक।
- प्रश्न- जैविक तथा सामाजिक अभिप्रेरकों में अन्तर स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- आन्तरिक एवं बाह्य अभिप्रेरण क्या है? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- प्रेरणा चक्र पर टिप्पणी लिखो।
- प्रश्न- अभिप्रेरणात्मक व्यवहार के मापदण्ड बताइये।
- प्रश्न- पशु प्रणोद की माप का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- संवेग से आप क्या वर्णन कीजिये। समझते हैं? इसकी विशेषतायें तथा इसके विकास की प्रक्रिया का
- प्रश्न- सांवेगिक अवस्था में क्या शारीरिक परिवर्तन होते हैं?
- प्रश्न- संवेग के जेम्स लांजे सिद्धान्त तथा कैनन बार्ड सिद्धान्त का तुलनात्मक विवरण दीजिये।
- प्रश्न- संवेग शैस्टर-सिंगर सिद्धान्त की व्याख्या कीजिये।
- प्रश्न- संवेग में सामाजिक एवं सांस्कृतिक कारकों की भूमिका पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- संवेगों पर किस प्रकार नियंत्रण कर सकते हैं? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- 'पॉलीग्राफिक विधि झूठ को मापने की उत्तम विधि है। स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- संवेग के
- प्रश्न- संवेग के कैननबार्ड सिद्धान्त की व्याख्या कीजिए तथा उनकी मानसिक योग्यता सामान्य छात्रों से कम होती है।
- प्रश्न- सार्वभौमिक एवं विशिष्ट संस्कृति संवेग की अभिवृत्ति के विषय में अपने विचार व्यक्त कीजिए।
- प्रश्न- गैल्वेनिक त्वक् अनुक्रिया का अर्थ बताइए।
- प्रश्न- संवेग के आयामों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- संवेगावस्था में होने वाले परिवर्तनों का संक्षेप में उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- संवेगावस्था में होने वाले बाह्य शारीरिक परिवर्तनों का संक्षेप में उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- झूठ संसूचना से क्या आशय है?
- प्रश्न- संवेग तथा भाव में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- संवेग के मापन की कोई दो विधियाँ बताइये।